आज बात करेंगे लोकप्रिय कवि मोहम्मद आमिर और उनकी पहली पुस्तक के बारे में। आमिर की पहली पुस्तक हिंदी में लिखी गई है और उसका शीर्षक है “खलवतें”।
कवि आमिर एक बेहतर लेखक होने के साथ एक मंझे हुए वक्ता भी हैं। आमिर ने विभिन्न मंचों के माध्यम से अपने श्रोताओं व पाठकों का दिल जीता है। यदि आप कविताओं के शौकीन हैं तो ये संभव है की आपने इनकी कविताएं सुनी होंगी। कहते हैं की अगर किसी महफिल में तालियां नहीं रुक नहीं रहीं तो संभव है की कवि आमिर वहां मौजूद हैं।
उनकी पुस्तक “खलवतें” में उन्होंने अपनी कविताओं को इकट्ठा कर प्रकाशित किया है। Instant Publication के द्वारा प्रकाशित इस पुस्तक का विमोचन 14 दिसंबर को किया गया, यह पुस्तक 120 देशों में eBook के रूप में पढ़ने के लिए उपलब्ध है और यदि आप भारत से हैं तो इस पुस्तक को आसानी से घर बैठे मंगवा सकते हैं। इस काव्य संग्रह में आज़ाद कविताएं और ग़ज़लें शामिल हैं। यह सारी कविताएं आमिर के लिए ऐसी जगहों की तरह हैं जहां उनके अलावा कोई दूसरा मौजूद नहीं है। इस एकांत में किसी और का न कोई दखल है न कोई काबू है। इन कविताओं में आमिर आज़ाद हैं और सिर्फ अपने तरीके से ज़िंदगी को जीते हैं। यही कारण है कि अपनी कविताओं के इस संकलन को आमिर ने “खलवतें” नाम दिया है।